⭐ ज्योतिष क्या है? – इसके ६ अंग और उद्देश्य
(A Complete & Detailed Blog in Hindi) मानव जीवन प्राचीन काल से ही प्रकृति, ग्रह-नक्षत्रों और समय की गति से प्रभावित रहा है। इन्हीं प्रभावों को समझने और जीवन के मार्गदर्शन हेतु विकसित हुई एक महत्त्वपूर्ण विद्या है ज्योतिष । वेदों में ज्योतिष को “आँख” कहा गया है — क्योंकि यह सभी वेदांगों को प्रकाशित करने वाला ज्ञान है। ज्योतिष केवल भविष्य बताने की कला नहीं, बल्कि यह काल-गणना, ग्रह-स्थिति, पंचांग, कर्म-फल, निर्णय और सुधार का विज्ञान है। 🔶 ज्योतिष क्या है? ज्योतिष वह वेदांग है जो ग्रहों, नक्षत्रों, राशियों, समय और घटनाओं का अध्ययन करके मनुष्य को उसके जीवन, कर्म और भविष्य को समझने का मार्ग देता है। संस्कृत में: "ज्योति" = प्रकाश "ईष" = ईश्वर / ज्ञान अर्थात ज्योतिष = प्रकाश देने वाला ज्ञान , जो अंधकार में सही दिशा दिखाता है। 🔱 ज्योतिष के ६ अंग (Shadangas of Jyotisha) प्राचीन वेदों में ज्योतिष को छह भागों में विभाजित किया गया है, जिन्हें षडंग कहा जाता है। प्रत्येक अंग का अपना अलग महत्व है। 1️⃣ गणित (Arithmetic & Astronomy) यह ज्योतिष का...